Types of Organic Fertilizers in India

आर्गेनिक खाद / फ़र्टिलाइज़र को हम पौधों और सब्जियों के बचे हुए टुकड़ो से लिया जाता है। और इन्हे जानवरो के मल और मिनिरल से लिया जाता है। आर्गेनिक खाद एक काम्प्लेक्स नुट्रिशन स्ट्रक्चर होता है और ये खाद मई मिलने मैं समय लेती है और सिंपल मिक्रोनुट्रिएंट्स मैं बदल जाती है यह एक दिमा प्रोसेस है और इसलिए ये साइल मैं अचे से मिल जाती है। आर्गेनिक खाद केमिकल फ़र्टिलाइज़र से सस्ती पड़ती है और ये खेत मैं ही बनायीं जा सकती है। आर्गेनिक खाद हम का रॉ मटेरियल हमे लोकालय ही मिल जाता है।

आर्गेनिक खाद के प्रकार :–

एनिमल बेस्ड खाद / फ़र्टिलाइज़र — एनिमल मनुर
ये कई प्रकार के जानवरो से लिया जा सकता है । गाय के गोबर से वीड नहीं आते है और इससे जमीं मैं ज्यादा मॉइस्चर रह सकता है और एयर का भी अचे से रह जाती है। कैटल का गोबर नाइट्रोजन और कार्बन का अच्छा सोर्स है और बकरी का मॉल नाइट्रोजन और पोटाश का अच्छा सोर्स है।

प्लांट बेस्ड फ़र्टिलाइज़र / खाद
ये एक आर्गेनिक मटर है जो कम्पोस्टिंग से बनता है। हम आर्गेनिक मटेरियल और रॉ मटेरियल के रूप मैं वेजिटेबल, प्लांट वास्ते और एनिमल डुंग का इस्तेमाल कर सकते है। ये पौधों के लिए एक अच्छा नुट्रिएंट्स है और ये जमीं की पानी सोखने की क्षमता को बढ़ाता है।

मिनरल फ़र्टिलाइज़र / खाद
ग्रीन सैंड / हरी रेती : ये एक ओलिव ग्रीन सैंडस्टोन है इसमें ग्लौकोनिते होता है। ये आयरन , पोटासियम और मैग्नीशियम का रिच सोर्स होता है। ये साइल की वाटर कैपेसिटी को बढ़ाता है।

रॉक फॉस्फेट :
फॉस्फेट मिनरल रॉक्स और मिटटी से निकाली जाती है इसमें फॉस्फेट अच्छा होता है और माइक्रो नुट्रिएंट्स भी होते है। ये साइल की एसिडिटी को इनक्रीस करने के लिए इस्तेमाल होता है और प्लांट की ग्रोथ के लिए बहुत अच्छा है।

benefits of organic fertilizers

Leave a Comment